हमारे भोजन के मुख्य पोषक तत्त्वों के नाम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन तथा खनिज-लवण हैं।
इनके अतिरिक्त भोजन में आहारी रेशे तथा जल भी होता है।
– कार्बोहाइड्रेट तथा वसा हमारे शरीर को मुख्य रूप से ऊर्जा प्रदान करते हैं।
– प्रोटीन तथा खनिज-लवण की आवश्यकता हमारे शरीर की वृद्धि तथा अनुरक्षण के लिए होती है।
प्रोटीन का ये काम है …
हमेशा आपकी डाइट में प्रोटीन होना चाहिए|
प्रोटीन एमिनो एसिड की संरचना की सीरीज हैं जिसकी मानव शरीर को कई कार्यों को सही तरीके से करने के लिए आवश्यकता होती है.
आमतौर पर, प्रोटीन दो अलग-अलग प्रकार का होता हैं: मट्ठा प्रोटीन और केसीन प्रोटीन.
मट्ठा प्रोटीन में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो मजबूत मांसपेशियों के निर्माण से आवश्यक होते हैं.
दूसरी ओर केसीन प्रोटीन को पचाने के लिए हमारी बॉडी अधिक समय लेती है.
प्रोटीन कई स्वास्थ्य लाभ देता हैं जैसे मांसपेशियों की ताकत देना, हड्डियां मजबूत होना, टिश्यू की मरम्मत, मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देना, हेल्दी प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करना. इसलिए, हमारी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन शामिल करना हमारे लिए महत्वपूर्ण हो जाता है.
प्रोटीन मनुष्यों के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत हैं और लगभग एक ग्राम प्रोटीन ऊर्जा की चार कैलोरी प्रदान करता है।
आपके शरीर ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए प्रोटीन का उपयोग बेहद जरूरी है।
कितना प्रोटीन होता है जरूरी …
(यहाँ आपके वजन के हिसाब से देखिये)
एक दिन में कितना प्रोटीन लेना चाहिए?
18 साल के ज्यादा के व्यक्ति को बॉडी वेट का पर किलो ग्राम का 0.8 ग्राम प्रोटीन चाहिए होता है।
आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिनमें आपको ज्यादा प्रोटीन मिलता है।

- पनीर व कॉटेज चीज वेजिटेरियन फूड में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला यह फूड प्रोटीन का बहुत ही बढ़िया सोर्स है |
- ड्राइफ्रूट और सीड्स
- ओट्स
- पीनट बटर
- हरी मटर
- ब्रोकोली और फूलगोभी
- पौधों से मिलनेवाले खाद्य पदार्थों में सोयाबीन में सबसे अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इसमें ४० प्रतिशत से अधिक प्रोटीन होता है।
प्रोटीन की कमी से होने वाली बीमारियाँ : Protein Deficiency Disease
- मरास्मुस [ Marasmus] ,
- क्वाशिरोरकर [ Kwashiorkor ] ,
- असामान्य रूप से खून के थक्के जमना [ Abnormal Blood Clotting ] ,
- केशेज़िया [ Cachexia ] ,
- मांसपेशियों का बढ़ना [ Muscle Wasting ] ,
- इडेमा [ Edema ] ,
- त्वचा एवं नाखूनों में बदलाव [ Skin and Nail Alterations ] ,
- बालों का गिरना [ Hair Loss ] ,
- इन्फेक्शन [ Infection ] ,
- गैस से होने वाली तकलीफें [ Gastrointestinal Distress ].
प्रोटीन की कमी दर्शाने वाले लक्षण : Protein Deficiency Disease Symptoms
प्रोटीन की कमी सामान्यतः खिलाडियों एवं अन्य शारीरिक रूप से सक्रीय लोगों में पाई जाती हैं. इस कमी को पहचानने के लिए निम्न लक्षणों पर ध्यान देना जरुरी हैं -:
- लगातार भूख लगना,
- बालों एवम नाखूनों का पतला होना,
- मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द,
- सुजन [ Swellling ] आना,
- लगातार बीमार रहना |